योग के प्रकार और योग के लाभ क्या है?
Share
Sign Up to our social questions and Answers Engine to ask questions, answer people’s questions, and connect with other people.
Login to our social questions & Answers Engine to ask questions answer people’s questions & connect with other people.
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
योग के प्रकार कितने होते हैं
योग मनुष्य के मन, शरीर, भावना और ऊर्जा के ऊपर काम करता है। योग मुख्यतः छह प्रकार के होते हैं: जो इस प्रकार हैं हठ योग, राज योग, कर्म योग, भक्ति योग, ज्ञान योग, और तंत्र योग है।
योग के प्रकार का वर्णन
हठ योग – दुनिया के पश्चिमी देशों में हठ योग बहुत लोकप्रिय है। संस्कृत में “ह” का अर्थ है सूर्य और “ठ” का अर्थ है चन्द्रमा यह दो ऐसे महत्वपूर्ण सिद्धांत हैं जिस पर हठ योग आधारित है।
राज योग – राज योग भी हठ योग के जैसा ही है राज योग को बाकी योग की तुलना में अधिक कठिन माना गया है क्यूंकि इस योग में बाकी आसनो की तुलना में ज्यादा अनुशासन की ज़रूरत होती है।
कर्म योग – कर्म योग का मतलब निःस्वार्थ कर्म करना है कर्म योग करने के लिए आपको मानवता की सेवा करने के लिए खुद को समर्पण करना होगा कर्म योग जो है वो हिन्दू धर्म पे आधारित है और इसे भगवद गीता के द्वारा स्थापित किया गया है।
भक्ति योग – भक्ति योग, प्रेम और विश्वास के विषय में है हर व्यक्ति मनुष्यों के साथ साथ सभी जीवित प्राणी के लिए अपना समय समर्पित करता है भक्ति योग भी कर्म योग के समान ही है।
ज्ञान योग – ज्ञान योग मष्तिष्क से नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद करता है ज्ञान योग की मदद से ज्ञान को पाया जाता है।
तंत्र योग – तंत्र का मतलब होता है विस्तार तंत्र योग का मतलब होता है अपने दिमाग का विस्तार करना ताकि हम चेतना के सभी स्तरों तक पहुंच सकें यह हमारी वास्तविक आत्मा को जागृत करने के लिए उपयोग में लाया जाता है।
योग के लाभ क्या है?