What is Yoga in Hindi?
Share
Sign Up to our social questions and Answers Engine to ask questions, answer people’s questions, and connect with other people.
Login to our social questions & Answers Engine to ask questions answer people’s questions & connect with other people.
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
Yog kya hota hai in hindi?
Dekhiye, log aajkal “Manoranjak yog,” “Swasthya Yog” kehte hain, log iseh ek kala ke roop mein sandarbhit karte hain- Vo sochte hain hain ki voh yog ki sewa kar rahe hain yeh kehkar ki yeh ek kala roop hai. Jis samay aap yog shabd ko jodte hain, yeh ingit karta hai ki yeh apne aap mein ek purna marg hai.
Yog aapke shareer ko modne ya jhukne ya apni saans rok kar rakhne ke baare mein nahi hai. Yeh aapko anubhav ki us stithti mein le jaane ke liye ek tantra aur ek taknik hai jahan aap vaastavikta ko waise hi dekhte hain jaise voh hai.
Saamanya bhaav mein yog ka arth hai judna yaani do tatvo ka Milan yog kehlaata hai. Yog ki poornta isi mein hai ki jeev bhaav mein pada manushya parmahatma se judkar apne neezi aatmswaroop mein sthaapit ho jaaye. Yog karna matlab ekjut karna ya ekatrit karna hai. Yog mein asana, pranayama aur dhyana ke maadhyam se ham mann, swaas aur shareer ke vibhinn ango mein behtar banana seekhte hain.
Read more about – Tips for Yoga Beginners || Important Asanas of Yoga
What is Yoga in Hindi | योग क्या होता है?
देखिए, लोग आजकल “मनोरंजक योग,” “स्वास्थ्य योग” कहते हैं, लोग इसे एक कला रूप के रूप में संदर्भित करते हैं – वे सोचते हैं कि वे योग की सेवा कर रहे हैं यह कहकर कि यह एक कला रूप है। नहीं। जिस क्षण आप योग शब्द को जोड़ते हैं, यह इंगित करता है कि यह अपने आप में एक पूर्ण मार्ग है।
योग आपके शरीर को झुकने और मोड़ने या अपनी सांस रोककर रखने के बारे में नहीं है। यह आपको अनुभव की उस स्थिति में ले जाने के लिए एक तंत्र और एक तकनीक है जहां आप वास्तविकता को वैसे ही देखते हैं जैसे वह है।
सामान्य भाव में योग का अर्थ है जुड़ना। यानी दो तत्वों का मिलन योग कहलाता है। योग की पूर्णता इसी में है कि जीव भाव में पड़ा मनुष्य परमात्मा से जुड़कर अपने निजी आत्म स्वरूप में स्थापित हो जाए। योग करना मतलब एकजुट करना या एकत्रित करना। योग में आसन, प्राणायाम और ध्यान के माध्यम से हम मन, श्वास और शरीर के विभिन्न अंगों में सामंजस्य बनाना सीखते है।
यदि आपको लगता है की योग का मतलब है अपने शरीर को अंतरंग तरीके से मोड़ना, तो फिर समय आ गया है की आप अपनी सोच पर एक बार गहनता से पूर्ण विचार करें। योग सिर्फ़ आसनो तक सीमित नहीं है बल्कि इससे कई अधिक है। सीधे- सीधे शब्दों में कहा जाए तो यह अपने मन, शरीर और श्वास की देखभाल करना है।योग सबसे पहले बाहरी शरीर को लाभ पहुँचाता है, जो ज़्यादातर लोगों के लिए एक व्यावहारिक और परिचित शुरुआत जगह है। जब इस स्तर पर असंतुलन का अनुभव होता है, तो अंग, मांसपेशियाँ और नसें सद्भाव में कम नही करते है, बल्कि वे एक- दूसरे के विरोध में कार्य करते है। योग केवल पढ़ने से नहीं समझा जाता है बल्कि इसका अभ्यास और अनुभव करना भी योग का अनुभव है।
Read more about – Top 10 Benefits of Yoga || Importance of Yoga